'प्रदेश के रोचक स्थान नॉलेज पैकेज' के अंतर्गत आज हम आपको प्रकृति की गोद में बसे एक ऐसे अद्भुत गांव के बारे में बता रहे हैं,
जिसके बारे में शायद ही आप जानते हों किस्सों में आप अक्सर पाताल के बारे में सुनते आए हैं।
प्रकृति की गोद में बसा यह पाताललोक सतपुड़ा की पहाड़ियों के पर बीच 3000 फुट ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं से तीन ओर से घिरा हुआ है।
इस अतुलनीय स्थान दो-तीन गांव तो ऐसे हैं जहां आज भी जाना नामुमकिन है।
पैराणिक कथाओं के अनुसार यह वही स्थान है, जहां से मेघनाथ, भगवान शिव की आराधना कर पाताल लोक में गया था।
पातालकोट में नाग देवता के बाद अगर कोई भगवान माना जाता है तो वो हैं भूमका।
ये भूमका ही हैं जो पातालकोट के बाशिंदों की सेहत का ख्याल रखते हैं।