जैसे कि आसमान सिर्फ़ नीले रंग को परावर्तित करता है और इसलिए वह नीला दिखाई पड़ता है। साफ़ है कि पदार्थ के रंगों की प्रवृत्ति यह होती है
कि वह वस्तु के रंग को छोड़कर बाकी रंगों को हटा देता है। इसलिए वे कहलाते हैं सब्सट्रैक्टिव यानी व्यकलात्मक रंग।