भगवान नामदेव की तरह गांव के 800 परिवारों को कुत्तों में न सिर्फ भगवान नजर आता है ।

बल्कि वे तब तक खाना नहीं खाते जब तक कुत्ते भोग न लगा लें।

पटियाला-चंडीगढ़ रोड पर स्थित गांव खानपुर में दशकों से कुत्तों की पूजा की जाती है।

ये कोई आम कुत्ते नहीं, बल्कि करोड़ों की जायदाद के मालिक हैं।

यहां कुत्तों का डेरा बना हुआ है जिसकी कई लगभग 160 बीघा जमीन यहां रहने वाले कुत्तों के नाम पर है।

आज भी पटवारी के पास है रिकार्ड डेरे के महंत अजय गिरी बताते हैं

कि पटियाला के संस्थापक बाबा आला को जब उक्त डेरे में गद्दीनशीन बाबा भगवान गिर जी की महानता का पता

चला तो उन्होंने डेरे में जाकर बाबा से आशीर्वाद लिया।

इस महाराजा ने कुत्तों के नाम कर दी थी करोड़ों की जमीन आज भी पटवारी के पास है रिकार्ड डेरे में भगवान शिव का मंदिर स्थित है।

सुबह-शाम इनकी आरती की जाती है, जिसमें आसपास के दर्जनों गांवों के लोग कुत्तों से मन्नत मांगने आते हैं।