साइकोलॉजी के अनुसार आप तब तक किसी के दुःख दर्द को नहीं समझ सकते हैं, जब तक वह आपके साथ घटना घट नहीं जाता है।
मनोविज्ञान के अनुसार हम उन नियमों को तोड़ देते हैं जिनको पालन करना कठिन होता है।
इसलिए शुरुआती दिनों में आप अपने लिए छोटे नियम बनाये इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता है।
मनोवैज्ञानिक शोध के अनुसार आप जिस तरह के जानकारी प्राप्त करते हैं आपके व्यक्तित्व उसी तरह बन जाता है।
ऐसा कहा जाता है कि जो भी लोग अपना अधिक समय सूर्य की रोशनी यानी कि धूप में बिताते हैं वो अधिकतर खुश रहते हैं यानी कि stress free रहते हैं।
किसी भी प्रकार की आदत बनाने में सामान्य तौर पर 66 दिनों का समय लग सकता है।
ऐसा कहा जाता है कि जब हम जागते होते हैं तो हमारा मस्तिष्क उतनी तेज़ी से कार्य नहीं करता है जबकि सोते समय इससे ज्यादा हमारा मस्तिष्क कार्य करता है।
साइकोलॉजी Facts के अनुसार जो लोग अपने रहने की जगह, कमरे को व्यवस्थित और साफ सुथरा रखते है वह लोग ज्यादा परिश्रमी और अपने लक्ष्य के प्रति सचेत रहते है।